प्रस्तावना
एलन मस्क ने एक चौंकाने वाला राजनीतिक कदम उठाते हुए अमेरिका पार्टी स्थापित की। यह घोषणा सीधे-सीधे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बहुचर्चित “बिग ब्यूटीफ़ुल बिल” टैक्स नीति को चुनौती देती है। हालांकि दोनों कभी घनिष्ठ सहयोगी थे, फिर भी अब उनका रिश्ता कटुता में बदल गया है।
पृष्ठभूमि
ट्रम्प ने दूसरी अवधि की शुरुआत में टैक्स-और-खर्च विधेयक पर हस्ताक्षर किए। विधेयक ने रक्षा व्यय बढ़ाया, मगर इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैक्स क्रेडिट घटाया। मस्क के अनुसार यह क़दम “माली-य संकट” को तेज़ करेगा। फलस्वरूप, उन्होंने विधेयक को “घोर गैर-जिम्मेदाराना” कहा और सांसदों से “बिल को गिराने” का आग्रह किया।
अमेरिका पार्टी का बीज कहाँ पड़ा?
मस्क ने पहले ही चेतावनी दी थी कि यदि बिल पारित हुआ तो अमेरिका पार्टी अगले दिन बनेगी। अंततः बिल के कानून बनते ही, उन्होंने X पर एक जनमत-संग्रह पोस्ट किया। दो-तिहाई उत्तरदाताओं ने नई पार्टी का समर्थन किया। इसके बाद उन्होंने घोषणा की, “आज अमेरिका पार्टी आपका स्वतंत्रता-अधिकार लौटाएगी”।
अमेरिका पार्टी के आर्थिक तर्क
मस्क का मुख्य तर्क सीधा है: ट्रिलियन डॉलर का अतिरिक्त घाटा देश को “ऋण-दासता” में धकेलेगा। इसलिए, अमेरिका पार्टी का प्राथमिक लक्ष्य घाटा कम करना है। इसके अलावा, वे सरकारी “अपव्यय व भ्रष्टाचार” पर प्रहार की बात करते हैं।
मिशन, दृष्टि और रणनीति
मस्क ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी संपूर्ण सत्ता नहीं चाहती। बल्कि, वे “दो-तीन सीनेट सीट और आठ-दस हाउस जिलों” पर अत्यंत लक्षित अभियान चलाएँगे। इस रणनीति से वे कानून-निर्माण में निर्णायक वोट की भूमिका निभा सकते हैं।
अमेरिका पार्टी का टेक-फ़ोकस्ड एजेंडा
मस्क की टेक पृष्ठभूमि पार्टी को विशिष्ट बनाती है। वे कृत्रिम बुद्धि, अंतरिक्ष अनुसन्धान और उच्च-कौशल आप्रवासन को केंद्रीय मुद्दा मानते हैं। साथ ही, वे कम नियमन और मुक्त उद्यम को प्रोत्साहित करना चाहते हैं1।
ट्रम्प-मस्क विवाद का क्रमिक उत्कर्ष
कभी मस्क ने ट्रम्प के लिए 290 मिलियन डॉलर दान किए थे। मगर, बिल पर मतभेद बढ़ते गए। ट्रम्प ने मस्क के “तीसरे दल” को “हास्यास्पद” कहा। बदले में मस्क ने बिल को “घृणित” बताया और रिपब्लिकन समर्थकों को सबक सिखाने की कसम खाई। हालाँकि बीच-बीच में दोनों ने सुलह के संकेत दिए, फिर भी असहमति गहराती गई।
समर्थक और आलोचक
विश्लेषकों का मानना है कि तीसरा दल खड़ा करना कठिन है। इतिहास में थियोडोर रूज़वेल्ट और रॉस पेरो जैसे प्रयास सीमित रहे। विशेषज्ञों का तर्क है कि अमेरिका पार्टी रिपब्लिकन वोट काट सकती है, जिससे डेमोक्रेट लाभान्वित होंगे।
दूसरी ओर, समर्थक कहते हैं कि मस्क का विशाल पूँजी और तकनीकी करिश्मा पारंपरिक बाधाएँ तोड़ सकता है।
अमेरिका पार्टी की संभावित बाधाएँ
- राज्य-स्तरीय बैलेट पहुँच जटिल है।
- पार्टी संगठन खड़ा करने में समय लगेगा।
- दो-दलीय व्यवस्था की कानूनी संरचनाएँ नई पार्टियों पर भारी पड़ती हैं।
इसके बावजूद मस्क आशावादी हैं। वे कहते हैं, “कठिन नहीं है, सच में!”
अंतरराष्ट्रीय और बाज़ार की प्रतिक्रिया
घोषणा के बाद, कुछ निवेशकों ने टेस्ला शेयर बेचने शुरू किए। एक ETF लॉन्च को भी टालना पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इसे अमेरिकी राजनीति का “Disruptive turn” बताया गया1।
भविष्य की राह
निकट भविष्य में अमेरिका पार्टी को फंड-रेज़िंग, उम्मीदवार चयन और नीति-दस्तावेज़ तैयार करना होगा।
मिड-टर्म चुनाव 2026 करीब हैं; समय कम है, चुनौती बड़ी।
फिर भी, मस्क का मानना है कि “केंद्र के 80% अमेरिकियों” को वह मंच देंगे जिसकी कमी उन्हें खलती है।
अमेरिका पार्टी और तकनीक-लोकतंत्र
मस्क का दावा है कि ब्लॉकचेन आधारित वोटिंग, पारदर्शिता बढ़ाकर भ्रष्टाचार घटा सकती है।
इसके अलावा, वे सरकारी डेटा को सार्वजनिक डैशबोर्ड पर लाइव दिखाने का विचार रखते हैं।
निष्कर्ष
संक्रमणकारी राजनीतिक क्षणों में, नई आवाज़ें उभरती हैं। एलन मस्क की अमेरिका पार्टी भी एक ऐसा ही प्रयास है।
क्या यह पार्टी अमेरिकी राजनीति की जड़ता तोड़ेगी या पिछली तीसरी पार्टी पहलों की तरह धुँधली पड़ जाएगी?
अभी कहना जल्दी होगा। किंतु, ट्रम्प-मस्क संघर्ष ने साफ़ कर दिया है कि मौजूदा व्यवस्था पर गंभीर असंतोष पनप रहा है।
इसलिए, आने वाले महीनों में अमेरिका पार्टी की हर गतिविधि पर दुनिया की निगाह रहेगी।